स्वस्थ जीवन जीना ही है जिंदगी की जमा पूंजी।और योग करना है रोगमुक्त जीवन की कुंजी।
योग है स्वास्थ्य के लिए क्रांति।नियमित योग से जीवन मे हो सुख शांति।।
योग धर्म नहीं, विज्ञान है।इसमें शरीर, मन और आत्मा कोजोड़ने का विधान है
योग वह प्रकाश हैजो एक बार जला दिया जाए तो कभी कम नहीं होता।
जितना अच्छा आप अभ्यास करेंगे,लौ उतनी ही उज्जवल होगी।
शरीर और मन के लिए तोहफा है योग।खुद को खुद से मिलाने का मौका है योग।
योग प्रकृति का वरदान है,जिसने अपना लिया वो महान है।
योग मन को शान्त रखने का एक अभ्यास है।मन की शांति के लिए सबसे अच्छा साधन योग है।
योग करने सेमन और शरीर केदुखों की समाप्ति है।
रोगमुक्त जीवन जीने की हो चाहत,तो नियमित योगाभ्यास की डालो आदत
नहीं होती है उनको कोई बीमारी।जो योग करने की करते हैं समझदारी।
सुबह हो या शाम, रोज कीजिए योग।निकट नहीं आएगा, आपके कभी कोई रोग।
शारीरिक और मानसिक सेहत को बेहतर बनायें,रोज योग करें और अपनों को भी सिखायें।
स्वयं को बदलो, जग बदलेगा।योग से सुखमय हर दिन खिलेगा।
योग कीजिए रोग दूर भगाइए।
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस
योग जीवन का वह दर्शन है,जो मनुष्य को उसकी आत्मा से जोड़ता है।
मन की शांति के लिए,सबसे अच्छा साधन योग है।
आप कौन हैं?यह जानना है तो योग करें।